स्वामी रामदेवजी, नरेन्द्र मोदीजी और सुब्रमनियम स्वामीजी से ही क्यों डरती है कांग्रेस ?
१-स्वामी रामदेव जी के तर्क के आगे कांग्रेस के तथाकथित प्रवक्ता ५ मिनट भी नहीं टिकते है और काले धन के बारे में प्राप्त होती नयी नयी खातेदारो की सूचि से सरकार परेशान हो चुकी है की अब जनता को कैसे बरगलाया जाये. .
२- राम देव जी के पास कांग्रेस का वास्तविक इतिहास का साक्ष्य है, उनके खानदानी नेताओ की असलियत, उनके कारनामो का काला चिटठा, नेहरू और गाँधी खानदान की जड़, उनका हिंदूविरोधी होने का कारन सब कुछ उजागर हो चूका है. कांग्रेस के हिंदू विरोधी कानूनों की वजह सबको मालूम पड़ गयी है.
३- रामदेव जी का एक स्थाई कार्यकर्ताओ की जमात का खड़ा हो जाना जो की सिर्फ राष्ट्रवाद के नारे से जुड़ा हुआ है और इन कार्यकर्ताओ का जल्दी से जल्दी व्यवस्था और सत्ता परिवर्तन की अकुलाहट कांग्रेस के लिए चिंता का कारन है.
४-रामदेव जी का काले धन पर अगले साल शुरू किया किया जाने वाला निर्णायक आन्दोलन कांग्रेस को बहुत ही भारी पड़ेगा अब जब की कांग्रेस के लोग खुले तौर से स्वामीजी का विरोध करना शुरू कर दिये है, उस समय जब पूरा देश कांग्रेस के विरोध में है,यूपी के चुनाव सर पर है, स्वामी जी एक आवाज़ कांग्रेस के लिए मिट जाने का सबब बन सकती है.
५- कांग्रेस का कालेधन पर देश को गुमराह करना, कालेधन को वादा करने के बावजूद राष्ट्रीय संपत्ति घोषित न करना, शातिराना तरीके से ७० देशो से दोहरा कराधान समझौते की आड़ में जानकारी उजागर न करना, प्रणव का ऐसे समझौते करना जिससे की अप्रैल-२०१२ के पहले जानकारी नहीं मिलाने की बाध्यता, पैसे का श्रोत, मात्रा , पैसे का मालिक, पैसा चुराने का समय, खाता धारक को कानून से बचा के रखने की सरकार की जिम्मेदारी जैसे देशद्रोही कानूनों पर दस्तखत कांग्रेस को डुबो देगी.
६-सुब्रमनियम स्वामी जी का अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का नेटवर्क, उनके छात्रों का भारत और विदेशो में शीर्ष पदों पर काम करना, उनकी इमानदारी, उनका ज्ञान, उनका राष्ट्र प्रेम, उनका युवाओ में लोक प्रिय होना, उनका कानून का जानकार होना, स्वामी रामदेवजी की शीर्ष सूचि में उनका नाम होना, एक राष्ट्रीय पार्टी जनता पार्टी का अध्यक्ष होना, कांग्रेस / नेहरू खानदान का पक्का विरोधी होना, सोनिया और राहुल का असली रिकार्ड उनके पास होना, सोनिया के कारनामो की फेहरिस्त का सबूत होने की वजह से और हिन्दुवादी मुखर नेता होने की बजह से कांग्रेस सबसे ज्यादा इन्ही से डर रही है. और यदि दोनों स्वामी मिलकर साथ आ जाये तथा मोदी का साथ भी मिल जाये तो कांग्रेस सफाया निश्चित है.
७-हिंदू युवाओ में मोदी की हीरो की छवि और मोदी का हिन्दुवादी कट्टर नेता की छवि, आर एस एस की पहली पीएम पसंद होना, दक्षिण भारत में हिन्दुओ के मोदी की कड़क नेता की छवि, मोदी का रामदेवजी के बचाव में खड़े होना, गुजरात में विकास पुरुष की छवि बनाना, भाजपा के युवा कार्यकर्ताओ में मोदी का पीएम का उम्मीदवार होना कंग्रेस के बड़ी परेशानी का सबब है. नयी पीढ़ी और सूचना संचार से जुड़े युवाओ के हीरो मोदी ही है जो कांग्रेस के प्रचार तंत्र पर भारी पड़ रहे है. कांग्रेस को बिकी हुई मिडिया और इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन का सहारा है.
आने वाले नए साल में नए सिरे से कालेधन को भारत लाने के अभियान में पूरी तरह से शामिल होने की तैयारी करें और इस आन्दोलन को निर्णायक आन्दोलन साबित करे.
१-स्वामी रामदेव जी के तर्क के आगे कांग्रेस के तथाकथित प्रवक्ता ५ मिनट भी नहीं टिकते है और काले धन के बारे में प्राप्त होती नयी नयी खातेदारो की सूचि से सरकार परेशान हो चुकी है की अब जनता को कैसे बरगलाया जाये. .
२- राम देव जी के पास कांग्रेस का वास्तविक इतिहास का साक्ष्य है, उनके खानदानी नेताओ की असलियत, उनके कारनामो का काला चिटठा, नेहरू और गाँधी खानदान की जड़, उनका हिंदूविरोधी होने का कारन सब कुछ उजागर हो चूका है. कांग्रेस के हिंदू विरोधी कानूनों की वजह सबको मालूम पड़ गयी है.
३- रामदेव जी का एक स्थाई कार्यकर्ताओ की जमात का खड़ा हो जाना जो की सिर्फ राष्ट्रवाद के नारे से जुड़ा हुआ है और इन कार्यकर्ताओ का जल्दी से जल्दी व्यवस्था और सत्ता परिवर्तन की अकुलाहट कांग्रेस के लिए चिंता का कारन है.
४-रामदेव जी का काले धन पर अगले साल शुरू किया किया जाने वाला निर्णायक आन्दोलन कांग्रेस को बहुत ही भारी पड़ेगा अब जब की कांग्रेस के लोग खुले तौर से स्वामीजी का विरोध करना शुरू कर दिये है, उस समय जब पूरा देश कांग्रेस के विरोध में है,यूपी के चुनाव सर पर है, स्वामी जी एक आवाज़ कांग्रेस के लिए मिट जाने का सबब बन सकती है.
५- कांग्रेस का कालेधन पर देश को गुमराह करना, कालेधन को वादा करने के बावजूद राष्ट्रीय संपत्ति घोषित न करना, शातिराना तरीके से ७० देशो से दोहरा कराधान समझौते की आड़ में जानकारी उजागर न करना, प्रणव का ऐसे समझौते करना जिससे की अप्रैल-२०१२ के पहले जानकारी नहीं मिलाने की बाध्यता, पैसे का श्रोत, मात्रा , पैसे का मालिक, पैसा चुराने का समय, खाता धारक को कानून से बचा के रखने की सरकार की जिम्मेदारी जैसे देशद्रोही कानूनों पर दस्तखत कांग्रेस को डुबो देगी.
६-सुब्रमनियम स्वामी जी का अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का नेटवर्क, उनके छात्रों का भारत और विदेशो में शीर्ष पदों पर काम करना, उनकी इमानदारी, उनका ज्ञान, उनका राष्ट्र प्रेम, उनका युवाओ में लोक प्रिय होना, उनका कानून का जानकार होना, स्वामी रामदेवजी की शीर्ष सूचि में उनका नाम होना, एक राष्ट्रीय पार्टी जनता पार्टी का अध्यक्ष होना, कांग्रेस / नेहरू खानदान का पक्का विरोधी होना, सोनिया और राहुल का असली रिकार्ड उनके पास होना, सोनिया के कारनामो की फेहरिस्त का सबूत होने की वजह से और हिन्दुवादी मुखर नेता होने की बजह से कांग्रेस सबसे ज्यादा इन्ही से डर रही है. और यदि दोनों स्वामी मिलकर साथ आ जाये तथा मोदी का साथ भी मिल जाये तो कांग्रेस सफाया निश्चित है.
७-हिंदू युवाओ में मोदी की हीरो की छवि और मोदी का हिन्दुवादी कट्टर नेता की छवि, आर एस एस की पहली पीएम पसंद होना, दक्षिण भारत में हिन्दुओ के मोदी की कड़क नेता की छवि, मोदी का रामदेवजी के बचाव में खड़े होना, गुजरात में विकास पुरुष की छवि बनाना, भाजपा के युवा कार्यकर्ताओ में मोदी का पीएम का उम्मीदवार होना कंग्रेस के बड़ी परेशानी का सबब है. नयी पीढ़ी और सूचना संचार से जुड़े युवाओ के हीरो मोदी ही है जो कांग्रेस के प्रचार तंत्र पर भारी पड़ रहे है. कांग्रेस को बिकी हुई मिडिया और इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन का सहारा है.
आने वाले नए साल में नए सिरे से कालेधन को भारत लाने के अभियान में पूरी तरह से शामिल होने की तैयारी करें और इस आन्दोलन को निर्णायक आन्दोलन साबित करे.
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