रविवार, 20 नवंबर 2011

वाह क्या बात है ..............

वाह क्या बात है ..................
चोरी करने वाला सीना ठोक कर कहता है मैं सच्चा हूँ,
चोर का साथ देने वाला ठग भी कहता है कि मैं सही हूँ,
जिसने चोरी होते हुए देखा वो भी कहता है
चोर चोरी नहीं कर रहा है वो तो समाजसेवक है |
सारी दुनिया जानती है कि वो एक डकायत है
लेकिन उसके रखवाले कहते हैं कि वो डकायत नहीं
वो तो साधू है ||,
वाह भाई वाह क्या बात है.................
लोगों का घर जलाना,खेत खलिहानों को लूटना
लोगों को डराना धमकाना,लोगों से जबरन पैसा असुली करना
पैसा न मिलने पर हत्या करना अगर समाजसेवा है साधुता है
तो फिर क्यूँ न हम लोग भी इस महान काम में लग जाएँ
इससे समाजसेवक होने की वाह वाही मिल भी जायेंगे
और तो और आप के बड़े बड़े रखवाले भी निकल आएंगे ||
वाह भाई वाह क्या बात है ........................




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