(19 Dec) सूरत।'मैंने चीन में कहा कि तुम्हारे लोग भी यहां (गुजरात) हैं, और बस वे इशारे में समझ गए। ...यह सब निर्भर करता है कि आप वहां अपने लोगों के लिए किस तरह से बातचीत करते हैं। केन्द्र सरकार को पता नहीं चलता कि अन्य देशों के साथ कैसे बातचीत की जाए। मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सूरत में 'सद्भावना मिशन' में यह बात कही। उनका इशारा जनवरी 2010 में चीन के सेंजन में भारतीय हीरा व्यापारियों (अधिकांश सूरत के) की गिरफ्तारी तथा करीब दो साल बाद रिहाई के घटनाक्रम पर था। मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी को हीरा कारोबारियों की मुक्ति का श्रेय लेने के रूप में देखा जा रहा है। कृष्णा पर ली चुटकी : मोदी ने विदेश मंत्री एसएम कृष्णा पर भी निशाना साधा और कहा कि जो लोग दूसरे देश का भाषण पढ़ जाते हैं उन्हें क्या पता चलेगा कि कहां किस तरह बात की जाए। मुख्यमंत्री का इशारा बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र में त्रुटिवश कृष्णा के भारत की बजाय पुर्तगाल के विदेश मंत्री का भाषण पढऩे की घटना पर था। उल्लेखनीय है कि नवंबर के पहले पखवाड़े में मोदी पांच दिन की चीन यात्रा पर गए थे। सात दिसंबर को चीन की अदालत ने सेंजन हीरा विवाद में फैसला दिया। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि गुजरात में कई औद्योगिक इकाइयों में चीन के लोग काम करते हैं। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के 'सी' का मतलब करप्शन है। देश तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा। 100 दिन में महंगाई दूर करने का वचन दिया था किन्तु कोई उपाय नहीं कर सके। सूरत को 2100 करोड़ की सौगात: बहरहाल, सद्भावना मिशन के अपने संबोधन में मुख्यमंत्री सूरत के लिए 2100 करोड़ रुपए के पैकेज का भी ऐलान किया। साथ ही कहा कि इस धनराशि को सूरत में बीआरटीएस एवं पानी सहित सुविधाओं पर खर्च किया जाएगा। मोदी की तारीफ के मुद्दे पर अब राउंट-टू पर नजर : उमर अबदुल्ला
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