प्रकाश पर्व दीपावली समस्त विश्व को शांति,सौहार्ध्य,प्रेम और भाई-चारे से आलोकित करे एबं सर्वत्र सुख तथा समृद्धि laye
रौशनी भी होगी , होंगे चिराग भी
आवाज़ भी होगी , होंगे साज़ भी
पर न होगी उसकी परछाई , न उसका आहट
बहुत सुनी होगी यह दिवाली
बीन मेरे भाई के कैसे मिलेगी मुझे राहत |
"Happy Diwali"
आवाज़ भी होगी , होंगे साज़ भी
पर न होगी उसकी परछाई , न उसका आहट
बहुत सुनी होगी यह दिवाली
बीन मेरे भाई के कैसे मिलेगी मुझे राहत |
"Happy Diwali"
सर सादर प्रणाम,पावन दीपावली की शुभ अवसर पर हार्द्धिक शुभ कामनाएं.
दीप का संदेश है यह
प्रीत का अनुदेश है यह
दीपमाला अनगिनत हों
टिमटिमाता दीप न हो
हो प्रखर ज्योती निराली
यों मनाएँ हम दीवाली
दीप हम ऐसे जगाएँ
स्वप्न सोये जाग जाएँ
द्वेष तम मिट जाए जग से
इस धरा पर प्रेम बरसे|
प्रीत का अनुदेश है यह
दीपमाला अनगिनत हों
टिमटिमाता दीप न हो
हो प्रखर ज्योती निराली
यों मनाएँ हम दीवाली
दीप हम ऐसे जगाएँ
स्वप्न सोये जाग जाएँ
द्वेष तम मिट जाए जग से
इस धरा पर प्रेम बरसे|
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आओ दिये में सूरज भर दें
घर को जग को रौशन कर दें
नयी रौशनी की दीपमाला से
घर आँगन और द्वार सजाएँ
अनंत आस्था की बाती से
दीप मन के भी जला लें
मन की चौखट पर टाँकें फिर
प्रेम विश्वास की बंदनवार
आओ मनाएँ मिलजुल कर
इस बार दिवाली का त्योहार
घर को जग को रौशन कर दें
नयी रौशनी की दीपमाला से
घर आँगन और द्वार सजाएँ
अनंत आस्था की बाती से
दीप मन के भी जला लें
मन की चौखट पर टाँकें फिर
प्रेम विश्वास की बंदनवार
आओ मनाएँ मिलजुल कर
इस बार दिवाली का त्योहार
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